Power of Thought

Know your limits

रहिमन अति न कीजिये, गहि रहिए निज कानि. सैजन अति फूलै तउ, डार पात की हानि. हिन्दी  अनुवाद: रहीम कहते हैं कि कभी भी किसी कार्य और व्यवहार में एक सीमा को पार कभी नहीं करना चाहिए. अपनी मर्यादा या सीमा का पालन करना चाहिए. ठीक वैसे ही जैसे जब कभी मुनगा या सहजन की फल्ली ज़रूरत से अधिक फूल …

Wealth is agile

कमला थिर न रहीम कहि, लखत अधम जे कोय. प्रभु की सो अपनी कहै, कयों न फजीहत होय. Hindi Meaning (हिन्दी  अर्थ): रहीम कहते हैं, धन-संपदा (लक्ष्मी) चंचल है, एक जगह स्थिर नहीं रह सकती; जो ऐसा सोचते हैं, वह अधर्मी हैं. लक्ष्मी तो प्रभु विष्णु की पत्नी है, जो इसे अपना समझता है उसका अहित होना स्वाभाविक है. अर्थात् …

How to be successful

रहिमन सूधी चाल तें, प्यादा होत उजीर. फरजी मीर न ह्वै सकै, टेढ़े की तासीर. Hindi Meaning (हिन्दी अर्थ): शतरंज के खेल में, सीधी चाल चल कर प्यादा भी वज़ीर बन जाता है. लेकिन टेढ़ी-मेढ़ी चाल चलने वाला वज़ीर कभी राजा नहीं बन पाता. कपटी व्यक्ति को अपने कपटी स्वभाव (टेढ़ी-मेढ़ी चाल) के कारण जीवन में सम्मानित पद हासिल नहीं …

Self-Appreciation is a sign of deep anguish

ये रहीम फीके दुवौ, जानि महा संतापु. ज्यों तिय कुच आपन गहे, आपु बड़ाई आपु.   Hindi Meaning (हिन्दी अर्थ): यदि कोई व्यक्ति रूखा व्यवहार करे तो समझ लेना चाहिये कि वह अपने अंदर-ही-अन्दर, बहुत पीड़ित महसूस कर रहा है. जैसे एक अतृप्त स्त्री, दूसरों का ध्यान आकर्षित करने के लिए, अपने वक्ष को स्वयं दबा कर अपनी सुन्दरता के …

Never hurt pride of help seeker

गरज आपनी आप सों, रहिमन कही न जाय. जैसे कुल की कुलवधू, पर घर जात लजाय. Hindi Meaning (हिन्दी अर्थ): स्वाभिमानी व्यक्ति अपने घनिष्ठ मित्र या सम्बन्धी से भी जरुरत पड़ने पर कुछ मांग (कह) नहीं पाते. जिस प्रकार घर की बहू (कुलवधू) को किसी दूसरे के घर जाने में लज्जा (शर्म) महसूस होती है. भावार्थ: कोई आपसे कुछ मांगे …

How to stay away from bad company

जो रहीम मन हाथ है, तो तन कहुँ किन जाहिं. ज्यों जल में छाया परे, काया भीजत नाहिं. Hindi Meaning (हिन्दी अर्थ): जिसका अपने मन पर नियंत्रण है, उसका शरीर कहीं नहीं भटक (बिना मर्जी के जा नहीं) सकता. ठीक वैसे ही जैसे पानी में छाया पड़ने पर शरीर नहीं भीगता. भावार्थ: चाहे व्यक्ति कितनी भी बुरी संगत में हो, …

How to be always happy

चाह गई चिन्ता मिटी, मनुआ बेपरवाह. जिनको कछु न चाहिये, वे साहन के साह.   हिन्दी अर्थ: अगर  व्यक्ति आकांक्षाओं (इक्छओं) को छोड़ दे तो उसकी चिन्तायें समाप्त हो जातीं हैं और मन बेपरवाह. जिन्हें कुछ भी नही चाहिये, वो राजाओं के राजा होते हैं क्योंकि वो हर हाल में खुश रहते हैं. भावार्थ: हमारी चिंताएं, हमारी असीमित इच्छाओं के …