संपति भरम गंवाइ कै, हाथ रहत कछु नहिं. ज्यों रहीम ससि रहत है, दिवस अकासहिं माँहि. Hindi Meaning (हिन्दी अर्थ): धन-संम्पति को गँवा देने पर, व्यक्ति का इसके होने का भ्रम टूटता है. धन-संम्पति चले जाने के बाद व्यक्ति के हाथ कुछ नहीं रह जाता है – धन के साथ नाम-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा, गौरव इत्यादि सब चले जाते हैं. जैसे, चन्द्रमा दिन में होता तो आकाश में ही है, परन्तु किसी को दिखाई …