रहिमन आँटा के लगे, बाजत है दिन-रात. घिउ शक्कर जे खात हैं, तिनकी कहाँ बिसात. Hindi Translation (हिन्दी अर्थ): मृदंग, ढोल, नगाड़ों आदि पर आटे का लेप लगाकर मनचाहा या मधुर स्वर कभी भी निकाला जा सकता है. उसी प्रकार, जो व्यक्ति किसी के अधीनस्थ हैं और मालिक से प्राप्त घी-शक्कर यानी समुचित सुख-सुविधाओं का उपभोग करते हैं, उनमें अपने …