हित रहीम इतनै करैं, जाकी जिती बिसात. नहिं यह रहै न वह रहे, रहै कहन को बात. हिन्दी अर्थ: हमें परोपकार (दूसरों की भलाई) अपने सामर्थ के अनुसार करना चाहिये. जो लोग छोटे छोटे परोपकार करते हैं, हमेशा जिन्दा रहते और ना ही बड़े उपकार करने वाले – लेकिन उनके उपकार सदा उनकी याद दिलाते रहते हैं. English Phonetic: …