स्वासह तुरिय जो उच्चरै, तिय है निश्चल चित्त. पूत परा घर जानिये, रहिमन तीन पवित्त. हिन्दी अर्थ: यदि घर का मालिक अपने पारिवारिक कर्तव्यों को साधना की तरह पूरा करता है, और पत्नी भी स्थिर मनोदशावाली (निश्चल स्वभाव वाली) हो. और पुत्र भी परिवार के प्रति समर्पित योग्यता वाला हो तो वह घर साक्षात् तीनों देवों का वास वाला …